उत्तर प्रदेश- डीएलएड 2021 की 1.43 लाख रिक्त सीटों पर अब प्रवेश नहीं होगा। दो साल बाद शुरू हुई प्रवेश परीक्षा की तीसरी काउंसिलिंग पूरी हो चु...
उत्तर प्रदेश-
डीएलएड 2021 की 1.43 लाख रिक्त सीटों पर अब प्रवेश नहीं होगा। दो साल बाद शुरू हुई प्रवेश परीक्षा की तीसरी काउंसिलिंग पूरी हो चुकी है। अब परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने काउंसिलिंग कराने से मना कर दिया है। जो सीटें खाली रह गई हैं, उनमें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) की पांच प्रतिशत सीटें शामिल हैं, जबकि प्राइवेट कॉलेजों की 50 प्रतिशत सीटें रिक्त हैं।
2019 के बाद से डीएलएड में प्रवेश नहीं हो सका है। सत्र 2020-2021 में कोविड-19 के कारण प्रवेश नहीं हुआ था। सरकार ने सत्र को शून्य घोषित कर दिया था। सरकार ने जुलाई 2021 में निजी क्षेत्र के कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू की। तीन बार काउंसिलिंग में लगभग 50 प्रतिशत सीटें खाली रह गईं। सीटें खाली रहने के पीछे सबसे बड़ा कारण काउंसिलिंग बंद करना रहा है। इसके अलावा प्राइवेट कॉलेजों में छात्र-छात्राओं का आर्थिक शोषण भी बड़ी वजह है। छात्रों का कहना है कि डीएलएड की अपेक्षा बीएड के बाद नौकरियों की संभावना अधिक है।
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