जैजैपुर । शेडनेट हाउस निर्माण मामले में भ्रष्टाचार की जांच शिकायत करने पर पूरी तो और संबंधित अधिकारी का स्पष्टीकरण भी आ गया । जांच प्रतिवेद...
जैजैपुर । शेडनेट हाउस निर्माण मामले में भ्रष्टाचार की जांच शिकायत करने पर पूरी तो और संबंधित अधिकारी का स्पष्टीकरण भी आ गया । जांच प्रतिवेदन भी लिखा जा चुका है परंतु जिला उद्यानिकी अधिकारी द्वारा शिकायतकर्ता को अब तक जांच प्रतिवेदन की कापी उपलब्ध नहीं करायी है । अधिकारी कार्यवाही से हिचक रहे है । मामला जिला जांजगीर चांपा क्षेत्र के जैजैपुर विकास खंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत देवरी मठ का है जहां सहायक संचालक उद्यानिकी विभाग के तहत जगजीवन कुर्रे पिता कंगालू राम ग्राम पंचायत देवरी मठ के नाम से 19 लाख 88 हजार का अनुदान राशि शेड नेट हाउस निर्माण के लिए दिया गया है जिनकी जानकारी सूचना के अधिकार के तहत कृष्ण कुमार चंद्रा ग्राम करमनडीह पोस्ट तुषार ने जानकारी निकाली । सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी मे पता चला कि जगजीवन कुर्रे पिता कंगालु को इस विषय मे कोई जानकारी नही है । जगजीवन राम ने बताया की मुझे आज तक किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला है न मैं इस शेड नेट हाउस के बारे में मुझे जानकारी है। तब दैनिक अखबार लोकस्वर में खबर प्रकाशन एवं कृष्ण कुमार चंद्रा ने शिकायत दर्ज कराया तत्पश्चात विभागीय टीम हरकत में आई और इस पूरे मामले के लिए जांच टीम गठित किया। दिनांक 30/09/2021 को जिले के विभागीय जांच दल द्वारा शिकायतकर्ता कृष्ण कुमार चंद्रा के समक्ष ग्राम पंचायत देवरीमठ में जाकर स्थल निरीक्षण कर पंचनामा तैयार किया गया। इसके बाद जांच रिपोर्ट जिला उद्यान अधिकारी रीना मखीजा को सौप दिया गया है ।
तीन माह बाद भी कोई कार्यवाही नही
जांच होने के महीने भर बाद जांच प्रतिवेदन तैयार तो हो गया है परंतु अपने ही अधीनस्थ अधिकारियों के हाथ शेडनेट हाऊस के जाल मे उलझे होने के कारण जिला के अधिकारी न तो जांच प्रतिवेदन जारी कर रहे है और न ही कार्यवाही करने मे रुचि दिखा रहे हैं
सब्जी की जगह शेड नेट हाउस मे धान
वर्तमान में उस जगह पर धान का फसल लगा हुआ है। हास्यास्पद बात यह है कि उद्यान विभाग के अधिकारियों ने दस्तावेज महेंद्र कुर्रे से लिया एवं अनुदान की राशि उसी को दे दिया जबकि उसी अधिकारी ने शेडनेट हाउस हितग्राही उसके बड़े भाई जगजीवन कुर्रे के खेत मे लगा दिया है ।
No comments