दुर्ग: कोरोना संक्रमण की दर जिले में तेजी से बढ़ रही है। ऐसी स्थिति में इसके नियंत्रण को लेकर प्रशासन द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं...
दुर्ग: कोरोना संक्रमण की दर जिले में तेजी से बढ़ रही है। ऐसी स्थिति में इसके नियंत्रण को लेकर प्रशासन द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। इन कार्यों के लिए जनभागीदारी भी बेहद आवश्यक है। पूर्व में सभी वर्गों ने मिलजुलकर सामूहिक प्रयास कर कोरोना संक्रमण की स्थिति को संभालने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस बार भी सामूहिक प्रयासों से कोरोना संक्रमण के रोकथाम की दिशा में कारगर सफलता मिलने की आशा है।
यह बात विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों की बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती पद्मिनी भोई ने कही। उन्होंने कहा कि आज इस बैठक का आयोजन कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश पर किया गया है। उद्देश्य यह है कि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण को लेकर सभी वर्गों से फीडबैक लिये जाएं ताकि इन पर विचार विमर्श कर उपयुक्त रणनीति बनाई जा सके।
अपर कलेक्टर ने सभी वर्गों के प्रतिनिधियों के सुझाव सुने और उन्हें आश्वस्त किया कि कोरोना संक्रमण को थामने को लेकर बनाई जा रही रणनीति के निर्माण में इन पर विचार किया जाएगा। बैठक में सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को लेकर जानकारी दी तथा सबसे एहतियात बरतने का आग्रह किया।
चेंबर ने दिये सुझाव-चेंबर के पदाधिकारियों ने कहा कि जिला प्रशासन की कोरोना नियंत्रण को लेकर किये जा रहे प्रयासों के साथ वे खड़े हैं। जिस सेक्टर से संबंधित नियम निकालें जाएं, उससे जुड़े हुए व्यावहारिक पहलुओं पर ध्यान रखा जाए। जैसे रेस्टारेंट का समय अन्य दुकानों के समय से थोड़ा अलग होता है।
टेस्टिंग की सुविधा बढ़ाई जाए, कोविड नियंत्रण को लेकर बनाये जा रहे वार रूम में चेंबर के पदाधिकारियों को भी बैठकों में शामिल करें ताकि ऐसा रास्ता निकल सके जिससे ग्राहकों और व्यापारियों दोनों को सुविधा हो। चेंबर ने कहा कि प्रशासन की हर संभव मदद करने के लिए चेंबर तैयार है और कोरोना नियंत्रण को लेकर किये जा रहे कार्यों में सहयोग को लेकर प्रशासन के साथ खड़ा है और जागरूकता अभियान में पूरी मदद करेगा।
आईएमए के पदाधिकारियों ने कहा संक्रमण के संबंध में करेंगे अधिक जागरूक-बैठक में कुछ सदस्यों ने कहा कि ओमिक्रान जैसे नये वैरियंट के देश में होने के समाचार मिले हैं। इनके लक्षणों के संबंध में भी अधिकाधिक जानकारी हो तो लोग जागरूक रहेंगे। इस पर आईएमए के पदाधिकारियों ने कहा कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में जागरूकता के लिए तैयार प्रचारित मटेरियल के प्रसार की दिशा में आईएमए कार्य करेगा और स्वास्थ्य विभाग के साथ पूरी तरह से सहयोग करेगा।
सामाजिक संगठनों और एनजीओ ने भी रखी बात-सामाजिक संगठनों और एनजीओ के पदाधिकारियों ने बताया कि पिछली लहर की तरह इस बार भी वे लोगों की सहायता के लिए प्रतिबद्ध हैं। सामाजिक संगठनों ने कोविड सेंटर भी आरंभ किये थे, केसेज बढऩे पर वे इसे पुन: आरंभ करेंगे। एनजीओ के प्रतिनिधियों ने कहा कि मास्क नहीं लगाने पर लोगों पर फाइन करें और उसी राशि से उन्हें मास्क भी प्रदान कर दें।
मजदूरों-किसानों के प्रतिनिधियों ने भी रखा अपना पक्ष- मजदूरों-किसानों के प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि लाकडाउन जैसी स्थितियों में सबसे ज्यादा परेशानी रोज कमाने-खाने वाले वर्ग को होती है। ऐसी स्थिति आने की आशंका है अतएव पहले ही पूरी तैयारी रखें। अपर कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन की पहली प्राथमिकता आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग ही होता है और इस दिशा में प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
मीडिया ने रखी बात- मीडिया के प्रतिनिधियों ने कहा कि कोरोना के संबंध में भ्रांतियां तेजी से फैलती हैं। स्वास्थ्य विभाग ऐसी भ्रांतियां होने पर मीडिया के माध्यम से वस्तुस्थिति को रख सकता है ताकि भ्रम की स्थिति न बनें। अपर कलेक्टर ने कहा कि किसी भी पेंडेमिक के नियंत्रण में मीडिया की अहम भूमिका होती है। हम निरंतर आई.ई.सी एक्टिविटी का प्रचार प्रसार मीडिया के माध्यम से करेंगे।
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