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वायरल फीवर से नहीं मिल रही राहत तो करें यह उपाय, तुरंत मिलेगा लाभ

रायपुर। मौसम के तापमान में अचानक उतार-चढ़ाव होने से बड़ी संख्या में लोग वायरल फीवर, सर्दी-जुकाम, खांसी, डेंगू और डायरिया से जूझ रहे हैं। राज...

रायपुर। मौसम के तापमान में अचानक उतार-चढ़ाव होने से बड़ी संख्या में लोग वायरल फीवर, सर्दी-जुकाम, खांसी, डेंगू और डायरिया से जूझ रहे हैं। राजधानी में एम्स, आंबेडकर अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्रों, शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय और निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आंबेडकर अस्पताल के मेडिसिन विभाग की प्रतिदिन ओपीडी 450 से 500 तक पहुंच रही है, जिसमें 200 के करीब वायरल फीवर के मरीज हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सालय में भी रोजाना 130 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में मरीजों को राहत के लिए विशेषज्ञों की सलाह मानना चाहिए। शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय के विशेषज्ञ डा. रंजीप कुमार दास ने बताया कि वायरल फीवर में आयुष और महासुदर्शन काढ़ा बहुत कारगर है। गिलोय का काढ़ा भी कारगर है। इससे इम्युन सिस्टम भी मजबूत होता है। तुलसी पता, काली मिर्च, लौंग, अदरख आदि का काढ़ा बना कर पीने से मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है। अज्वाइन, तुलसी की पत्ती, अदरक, इलाइची, अडुशा पत्र को उबालकर भाप लेने से बंद नाक से राहत मिलती है। हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है जो एंटीआक्सिडेंट को बढ़ाता है। गर्म दूध में हल्दी मिलाकर सेवन करना फायदेमंद है।

वायरल फीवर के लक्षण
शरीर में तेज दर्द, गले में खराश और दर्द, त्वचा पर हल्के धब्बे पड़ना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, कमजोरी महसूस होना, सिर दर्द होने के साथ तेज बुखार, खांसी की शिकायत सहित अन्य लक्षण वायरल बुखार से जुड़े है।
डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, बदन, सिर और जोड़ों में दर्द, जी मचलाना एवं उल्टी होना, आंख के पीछे दर्द, त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान, नाक और मसूढ़ों से रक्तस्राव, काला मल का आना आदि डेंगू के लक्षण हैं। डेंगू का असर शरीर में तीन से नौ दिनों तक रहता है। इससे शरीर में अत्यधिक कमजोरी आ जाती है और शरीर में प्लेटलेट्स लगातार गिरने लगता है।
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए यह करें
साफ और उबला पानी पीएं।
मानसिक तनाव न लें।
प्रोसेस्ड फूड का सेवन कम करें।
पर्याप्त नींद लें।
नियमित एक्सरसाइज करें।
वजन को संतुलित रखें।
धूम्रपान और तंबाकू के सेवन से बचें ।
तुलसी, दालचीनी, अरकर का लें काढ़ा।
खानपान का रखें ध्यान
डाइटिशियन सारिका श्रीवास्तव के मुताबिक, कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को बदलते मौसम में सर्दी, जुकाम, खांसी की समस्या हो जाती है। इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए एंटीआक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करना चाहिए। शहद, अदरक, तुलसी के पत्ते, अखरोट और बादाम में एंटीआक्सीडेंट्स की मात्रा भरपूर होती है। इसके अलावा आंवला, एलोवेरा, दही और नींबू में विटामिन सी काफी मात्रा में होता है। इससे इम्यूनिटी मजबूत करने में काफी मदद मिलती है। पपीते में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है। गला खराब होने पर काढ़ा सबसे ज्यादा उपयोगी है। डाइट में इस मौसम में आने वाले फल को जरूर शामिल करें। डाइट में प्रोटीन के लिए अंडा और पनीर शामिल कर सकते हैं। सारिका श्रीवास्तव का कहना है कि एक दिन में इम्यूनिटी मजबूत नहीं होती है। डाइट को निरंतर बनाए रखना जरूरी होती है।
डाक्टर से सलाह लेकर ही दवा लें
मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के कारण वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं और मास्क का इस्तेमाल करें। इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय में अनार भी फायदेमंद है। अनार में विटामिन ए, सी, ई और फोलिक एसिड पाया जाता है। खट्टे फलों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो सामान्य सर्दी और फ्लू को ठीक करने में मददगार है। डाक्टर से सलाह लेकर ही दवा लें। -डा. वाय मल्होत्रा, चिकित्सक, मेडिसिन विभाग, आंबेडकर अस्पताल 

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