मुंबई । इवेंट मे साहिबा और अंगद की मुलाकात हुई। अंगद को लगता है वह जहां-जहां जाता है वहां साहिबा चली आती है। सच्चाई यह है कि साहिबा को जॉब ...
मुंबई । इवेंट मे साहिबा और अंगद की मुलाकात हुई। अंगद को लगता है वह जहां-जहां जाता है वहां साहिबा चली आती है। सच्चाई यह है कि साहिबा को जॉब की जरूरत है वह डेकोरेशन के लिए वहां आई है। उसे पता नहीं है कि अंगद वहां आने वाला है। अब 'तेरी मेरी डोरियां के 29 सितंबर के एपिसोड में देखेंगे किदोनों के बीच बहस होती है और इसके बाद साहिबा वहां से निकलने के लिए आगे बढ़ती है। अंगद एक झूमर के नीचे खड़ा है, जो कि एक रस्सी के सहारे बंधा हुआ है। रुमी उस झूमर को काटने की योजना बनाता है। अंगद को सीने पर चोट लगी है जिससे खून निकलता है इधर साहिबा जा रही होती है तो वह शीशे में उसका खून देखकर मुड़ती है।
साहिबा की वजह से बची अंगद की जान
साहिबा दूर से देखती है कि झूमर गिरने वाला है तो दौड़ते हुए अंगद के पास पहुंचकर धक्का दे देती है जिससे वह बच जाता है। साहिबा की वजह से रुमी का प्लान फेल हो जाता है। झूमर गिरने की वजह से वहां आग लग जाती है। रुमी दोनों को दूर से देख रहा होता है। अंगद, साहिबा से पूछता है कि उसने उसे क्यों बचाया? इस बीच सीरत वहां आती है और अंगद से उसे वहां से चलने के लिए कहती है।
रुमी ने की साहिबा की मदद
अंगद को लेकर सभी घरवाले परेशान होते हैं और डॉक्टर को बुला लिया जाता है। साहिबा को भी चोट लगी हुई होती है। अंगद उसके पास जाने की कोशिश करता है लेकिन घरवाले पहले उसका इलाज करने के लिए कहते हैं। साहिबा इवेंट की जगह से बाहर निकलती है तभी मीडिया उसे घेर लेता है और उससे एक के बाद एक सवाल पूछने लगते है। रुमी वहां आता है और मीडिया को वहां चले जाने को बोलता है। वह उल्टा मीडियावालों से सवाल पूछने लग जाता है जिससे सभी लोग वहां से चले जाते हैं।
साहिबा की तलाश में अंगद
साहिबा चोट की वजह से लंगड़ाकर चलती है तो रुमी उसे हाथ बढ़ाकर चलने में मदद करता है। रुमी उसे एक कमरे में ले जाता है और कहता है यहां मीडिया वाले उसे परेशान नहीं करेंगे। वह उसे पीने के लिए पानी देगा। रुमी के हाथ पर खून दिखता है। तब साहिबा पूछती है शायद उसे चोट लगी है। रुमी चोट नहीं लगने का बहाना बना देगा। अंगद साहिबा की तलाश में जुटा है और वह उसी खिड़की के सामने खड़ा है जहां साहिबा है। रुमी अंगद को देख लेता है।
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