अंबिकापुर। अंबिकापुर के भाथूपारा में रहने वाली बेवा मां श्यामकली दास अपने बेटे को खोजने की गुहार लगा रही है। पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर, प...
अंबिकापुर। अंबिकापुर के भाथूपारा में रहने वाली बेवा मां श्यामकली दास अपने बेटे को खोजने की गुहार लगा रही है। पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सभी के पास उसने लिखित में अपनी व्यथा बताई है लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम निकल कर सामने नहीं आया है। माँ अपने बेटे के लिए चिंतित है। अधिकारियों के चक्कर लगा रही है लेकिन सुनवाई नहीं होने से व्यथित है। मोहल्ले में ही रहकर आर्केस्ट्रा में काम करने वाली एक महिला द्वारा श्यामकली के बेटे को वाराणसी ले जाया गया था। उसके साथ गए लोग तो वापस आ गए लेकिन श्यामकली का बेटा विकास दास वापस नहीं लौटा। उसे बहला-फुसलाकर साथ ले जाने वाली महिला यह दावा करती है कि विकास, वाराणसी में वाहन से कहीं उतर गया था। उसके बाद कुछ पता नहीं चला इसलिए वे लोग वापस लौट गए। लगभग छह माह पहले आर्केस्ट्रा में काम करने वाली महिला विकास के साथ कुछ अन्य लोगों को साथ ले गई थी,लेकिन विकास अभी तक वापस नहीं लौटा है। बेवा मां ने पहले मणिपुर थाने में भी शिकायत की लेकिन पुलिस की ओर से उम्मीदों के अनुरूप सहयोग नहीं किया गया। तब महिला ने कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम भी ज्ञापन सौंपा। पुलिस महानिरीक्षक के नाम ज्ञापन सौंप बेटे को खोजने की गुहार लगाई थी। आइजी ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बीते 20 अगस्त 2023 को ही मणिपुर थाना प्रभारी को लिखित में शिकायत की मूल प्रति प्रेषित कर जांच व कार्रवाई के निर्देश दिए हैं लेकिन अभी तक न तो विकास दास घर लौटा है और न ही उसे काम के बहाने ले जाने वाली महिला के विरुद्ध कोई कार्रवाई हुई है। बेवा मां अपने आवेदन और आइजी द्वारा जारी पत्र की प्रति लेकर अभी भी अधिकारियों के कार्यालय और थाने का चक्कर लगा रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिन लोगों ने उन्हें साथ रखा था। गीत-संगीत के कार्यक्रम के नाम पर लेकर गए थे उनसे पूछताछ करने पर सच्चाई का पता चल सकता है लेकिन पुलिस की ओर से इसमें भी रुचि नहीं दिखाई जा रही है इससे मां बेहद दुखी है।
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