बिलासपुर। सात नवंबर को छत्तीसगढ़ में प्रथम चरण में होने वाले 20 विधानसभा क्षेत्रों में 3,478 दृष्टिहीन मतदाता वोट डालेंगे। इनके लिए अच्छी ...
बिलासपुर। सात नवंबर को छत्तीसगढ़ में प्रथम चरण में होने वाले 20 विधानसभा क्षेत्रों में 3,478 दृष्टिहीन मतदाता वोट डालेंगे। इनके लिए अच्छी खबर ये है कि अब ये बिना किसी सहारे के मतदान केंद्र में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। बिलासपुर तिफरा स्थित ब्रेल प्रेस में इनके लिए मार्गदर्शिका की छपाई पूरी कर ली गई है। ब्रेल लिपि से छपाई की गई एक मार्गदर्शिका प्रत्येक पोलिंग बूथों में रखी जाएगी। मार्गदर्शिका को पढ़कर ये ईवीएम में अपना वोट डालेंगे। भारत निर्वाचन आयोग की अनूठी पहली की है। नई व्यवस्था से पहले दृष्टिहीन मतदाताओं को सहारे की आवश्यकता पड़ती थी। पोलिंग बूथ के भीतर पीठासीन अधिकारी की अनुमति के बाद ऐसे मतदाताओं को उनके स्वजन या फिर मतदान दल में शामिल कर्मचारी के द्वारा ईवीएम मशीन वाले विशेष कमरे में ले जाकर उनसे उनकी पसंद के प्रत्याशी का नाम या फिर चुनाव चिन्ह के बारे में पूछा जाता था। दृष्टिहीन मतदाता जिस उम्मीदवार या चुनाव चिन्ह की जानकारी देते थे, सहायक, ईवीएम में उसी चुनाव चिन्ह का बटन दबा दिया करते थे। चूंकि वे देख नहीं सकते थे, इसलिए उनका वोट गोपनीय न रहकर सार्वजनिक हो जाता था। जो भी सहायक वोट देने जाता था उनको भी सब जानकारी हो जाती थी। अब ऐसे मतदाताओं को इस तरह की स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा। भारत निर्वाचन आयोग ने ब्रेल लिपि से मार्गदर्शिका की छपाई का निर्देश दिया है। बिलासपुर के तिफरा में छत्तीसगढ़ का एकमात्र ब्रेल प्रेस है। चुनाव आयोग के निर्देश पर सात नवंबर को प्रथम चरण में होने वाले प्रदेश के 20 विधानसभा क्षेत्रों के लिए ब्रेल लिपि से मार्गदर्शिका की छपाई का काम पूरा कर लिया है। आयोग के निर्देश पर गौर करें तो प्रत्येक पोलिंग बूथ में एक ब्रेललिपि प्रकाशित मार्गदर्शिका रहेगी। जिस पोलिंग बूथ में दृष्टिहीन मतदाता वोट डालने के लिए जाएंगे, पीठासीन अधिकारी द्वारा उनको ब्रेललिपि प्रकाशित मार्गदर्शिका उपलब्ध कराई जाएगी। मार्गदर्शिका को ऊंगली के सहारे पढ़ने का समय दिया जाएगा। इसमें वह सब जानकारी उनको मिल जाएगी जिसके जरिए वह ईवीएम में अपना वोट डाल सकेंगे। मार्गदर्शिका के अलावा मतदाता पहचान पत्र और इपिक कार्ड भी ब्रेल लिपि से बनाए जा रहे हैं।
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