मुंबई । अमेरिका और भारत दोनों देशों में महंगाई में कमी और यील्ड में गिरावट से विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश में तेजी आने स...
मुंबई । अमेरिका और भारत दोनों देशों में महंगाई में कमी और यील्ड में गिरावट से विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश में तेजी आने से स्थानीय स्तर पर यूटिलिटीज़, पावर, तेल एवं गैस कैपिटल गुड्स और ऊर्जा समेत सोलह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत सेंसेक्स और निफ्टी आज एक बार फिर नये रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गये। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 357.59 अंक अर्थात् 0.52 प्रतिशत की छलांग लगाकर सार्वकालिक उच्चतम स्तर 69,653.73 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 82.60 अंक यानी 0.4 प्रतिशत उछलकर 20,937.70 अंक हो गया। इसी तरह बीएसई का मिडकैप 0.19 प्रतिशत की तेजी के साथ 35,115.78 अंक और स्मॉलकैप 0.18 प्रतिशत चढ़कर 41,174.45 अंक पर रहा। इस दौरान बीएसई में कुल 3895 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1930 लाभ जबकि 1824 नुकसान में रहे वहीं 141 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 29 कंपनियों में तेजी जबकि 21 में गिरावट रही। वित्तीय सलाह देने वाली कंपनी जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनावों के बाद निवेशकों की उम्मीदें बढ़ी हैं, जो नीति की निरंतरता की पुष्टि करता है। अमेरिकी और भारतीय दोनों बाजारों में मुद्रास्फीति में कमी और यील्ड में गिरावट से एफआईआई की लिवाली बढ़ी है। साथ ही चीन की क्रेडिट रेटिंग में कटौती और भू-राजनीतिक तनाव में कमी और तेल की कीमतों में गिरावट से घरेलू बाजार में तेजी आई। अमेरिकी मंदी के जोखिम में कमी और गर्मियों में मजबूत मांग की उम्मीद ने आईटी समूह में एक मजबूत उछाल और बिजली क्षेत्र की गति को बढ़ाया है। वहीं, आशाजनक दृष्टिकोण के बावजूद घरेलू प्रीमियम मूल्यांकन चिंताओं के कारण अल्पकालिक मुनाफवासूली हो सकती है। इसके अलावा लंबे समय तक बने रहने वाले अल नीनो के जोखिम, जलाशयों के स्तर में गिरावट और कम बुआई के कारण रिज़र्व बैंक (आरबीआई) वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही की आर्थिक विकास वृद्धि दर को अनुमान को बढ़ाने और भविष्य के मुद्रास्फीति अनुमानों को कम कर सकता है। इससे उत्साहित निवेशकों की लिवाली कि बदौलत बीएसई 16 समूहों में तेजी रही। इस दौरान यूटिलिटीज 3.00, कमोडिटीज़ 0.25, सीडी 0.24, ऊर्जा 1.12, एफएमसीजी 1.03, इंडस्ट्रियल्स 0.80, आईटी 1.46, ऑटो 0.07, कैपिटल गुड्स 1.25, धातु 0.47, तेल एवं गैस 1.96, पावर 2.41, टेक 1.18 और सर्विसेज समूह के शेयर 0.12 प्रतिशत चढ़ गए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी का रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफ़टीएसई 0.27, जर्मनी का डैक्स 0.13, जापान का निक्केई 2.04, हांगकांग का हैंगसेंग 0.83 प्रतिशत मजबूत रहा। वहीं, चीन के शंघाई कंपोज़िट में 0.11 प्रतिशत की गिरावट रही। शुरूआती कारोबार में सेंसेक्स 239 अंक की तेजी लेकर 69,534.93 अंक पर खुला लेकिन बिकवाली होने से दोपहर से पहले 69,395.01 अंक के निचले स्तर तक लुढ़क गया। वहीं, लिवाली की बदौलत कारोबार के अंतिम चरण में यह 69,744.62 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। अंत पिछले दिवस के 69,296.14 अंक के मुक़ाबले 0.52 प्रतिशत चढ़कर 69,653.73 अंक हो गया। इसी तरह निफ्टी 96 अंक बढ़कर 20,950.75 अंक पर खुला और सत्र के दौरान 20,852.15 अंक के निचले जबकि 20,961.95 अंक के उच्चतम स्तर पर रहा। अंत में पिछले सत्र के 20,855.10 अंक की तुलना में 0.40 प्रतिशत मजबूत होकर 20,937.70 अंक पर रहा। इस दौरान सेंसेक्स की मुनाफा कमाने वाली प्रमुख कंपनियों में विप्रो 3.60, आईटीसी 2.51, एलटी 2.31, टीसीएस 2.08, टाटा मोटर्स 1.99, नेस्ले इंडिया 1.60, इंफ़ोसिस 1.40, बजाज फाइनेंस 1.04, महिंद्रा एंड महिंद्रा 1.03, रिलायंस 0.95, एचसीएल टेक 0.94, पावरग्रिड 0.90, एशियन पेंट 0.80, हिंदुस्तान यूनिलीवर 0.46, टेक महिंद्रा 0.43, बजाज फिनसर्व 0.40, जेएसडब्ल्यू स्टील 0.35, एचडीएफसी बैंक 0.23, टाटा स्टील 0.15 और टाइटन 0.01 प्रतिशत शामिल रही। वहीं, एनटीपीसी 1.52, एक्सिस बैंक 1.05, अल्ट्रासिमको 1.04, आईसीआईसीआई बैंक 1.01, मारुति 0.87, भारती एयरटेल 0.65, इंडसइंड बैंक 0.47, कोटक बैंक 0.43, एसबीआई 0.05 और सन फार्मा के शेयर 0.01 प्रतिशत के नुकसान में रहे।
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