रायपुर। छत्तीसगढ़ के 11 जिलों में संचालित ‘एक्के नंबर सब्बो बर’ यानी डायल 112 की सेवा में अब आपदा प्रबंधन (डिजास्टर मैनेजमेंट) और बच्चों क...
रायपुर। छत्तीसगढ़ के 11 जिलों में संचालित ‘एक्के नंबर सब्बो बर’ यानी डायल 112 की सेवा में अब आपदा प्रबंधन (डिजास्टर मैनेजमेंट) और बच्चों की सहायता (चाइल्ड हेल्पलाइन) को भी शामिल कर लिया गया है। इस सुविधा के शुरू होने से अब लोग प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदा और बच्चों से जुड़ी समस्याओं की सूचना डायल 112 पर देकर मदद ले सकेंगे। अब तक डायल 112 में पुलिस, फायर और मेडिकल इमरजेंसी की सुविधा उपलब्ध है। फिलहाल डायल 112 का संचालन करने नई एजेंसी की तलाश की जा रही है। इसके लिए 12 जनवरी को दोबारा आनलाइन टेंडर जारी किया जाएगा। पांच साल पहले रायपुर में शुरू की गई एक्के नंबर सब्बो बर... डायल 112 का संचालन करने के लिए नई एजेंसी की तलाश की जा रही है। यह आपातकालीन सुविधा आम लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित हुई है। पिछले साल शासन की ओर से बजट स्वीकृत होने के बाद भी डायल 112 की सेवा प्रदेशभर में शुरू नहीं हो पाई। वर्तमान में केवल 11 जिलों तक ही यह सेवा उपलब्ध है। फायर, पुलिस और मेडिकल इमरजेंसी के लिए एकीकृत नंबर डायल 112 की शुरुआत रायपुर सहित आठ जिलों से हुई थी। डायल 112 के अधिकारियों ने बताया कि डायल 112 का संचालन करने वाली टाटा कंपनी का ठेका खत्म हो चुका है। इस कारण नई कंपनी के लिए टेंडर जारी किया गया था, फिलहाल टाटा समेत अन्य किसी कंपनी ने रुचि नहीं दिखाई है। अभी टाटा कंपनी का काम छह महीने के लिए बढ़ाया गया है। दूसरी ओर नई कंपनी के लिए दोबारा टेंडर 12 जनवरी को जारी किया जाएगा। टेंडर होते ही सभी 33 जिलों मे सेवा शुरू कर दी जाएगी।
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