रायपुर। छत्तीसगढ़ में निकल रही भर्ती परीक्षाओं के लिए आवेदनों की बाढ़-सी आ रही है। इन आवेदनों को देखकर लगता है कि प्रदेश में बेरोजगारी...
रायपुर। छत्तीसगढ़ में निकल रही भर्ती परीक्षाओं के लिए आवेदनों की बाढ़-सी आ रही है। इन आवेदनों को देखकर लगता है कि प्रदेश में बेरोजगारी बहुत है। दूसरा कारण यह भी है कि आवेदन निश्शुल्क होने कारण भी ज्यादा अभ्यर्थी आवेदन भर रहे हैं। पिछले वर्ष उच्च शिक्षा विभाग की ओर से प्रयोगशाला परिचारक, भृत्य, चौकीदार, स्वीपर के 880 पदों के लिए भर्ती निकाली गई। इन पदों के लिए सात लाख से ज्यादा आवेदन आए गए। आवेदनों की बाढ़ देखकर उच्च शिक्षा विभाग ने भर्ती परीक्षा करवाने से हाथ खड़े कर दिए हैं। उन्होंने भर्ती परीक्षा करवाने के लिए छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) को पत्र लिखा है। अभी तक इन पदों में भर्ती के लिए उच्च शिक्षा विभाग ही भर्ती परीक्षा करवाता था। उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से निकाली गई भर्ती में प्रयोगशाला परिचारक के सबसे ज्यादा 430 पद हैं। इसी तरह भृत्य के 210 पद, चौकीदार के 210 और स्वीपर के 30 पद शामिल हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से भृत्य, चौकीदार, स्वीपर के पदों के लिए पांचवीं पास योग्यता निर्धारित की गई है। इस वजह से भी आवेदन बड़ी संख्या में मिले हैं। वहीं प्रयोगशाला परिचारक के लिए भी 12वीं उत्तीर्ण योग्यता निर्धारित की गई है। आमतौर पर पांचवीं तक पढ़ाई करना बहुत सामान्य बात है। भर्ती के लिए 40 वर्ष तक के लोग आवेदन कर सकते हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने पिछले वर्ष अक्टूबर में आवेदन मंगाए गए थे। तब यह कहा गया था कि चयन के लिए विभाग की ओर से परीक्षा आयोजित की जाएगी। विभाग को भी यह अंदाजा नहीं था कि इन पदों के लिए इतनी बड़ी संख्या में आवेदन आएंगे।
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