दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा में पुलिस व सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान तथा छत्तीसगढ़ शासन की ‘...
दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा में पुलिस व सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान तथा छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘पुनर्वास नीति’’ के तहत विगत कुछ माह में जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद किया जा रहा है साथ ही प्रशासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गांव-गांव तक किया जा रहा है जिसके परिणाम स्वरूप यह बदलाव माओवादी कैडर में दिखाई दे रहा है। बड़ी संख्या में माओवादी कैडर का आत्मसमर्पण देखने को मिल रहा है।नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके भैरमगढ़ एरिया कमेटी में प्रतिबंधित संगठन के 02 माओवादियों बेचापाल पंचायत डीएकेएमएस सदस्य मोतीराम कुंजाम पिता स्व बोदा कुंजाम,बेचापाल पंचायत सीएनएम सदस्य राजेश ओयाम पिता सुक्कू ओयाम ने दिनांक 13 मई को डीआरजी कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किया। उपरोक्त माओवादियों को आत्मसमर्पण कराने में 231वीं वाहिनी सीआरपीएफ का विशेष योगदान रहा। पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा द्वारा आत्मसमर्पित माओवादियों को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पुनर्वास योजना के तहत् 25-25 हजार रूपये प्रोत्साहन राषि एवं पुनर्वास योजना के तहत मिलने वाले सभी प्रकार के लाभ प्रदाय कराया जायेगा। लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 180 इनामी माओवादी सहित कुल 801 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं।
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