कोरबा । तेज धूप के साथ नवतपा का असर दिनोदिन तेज होते जा रहा है। पांचवें दिन बुधवार को दोपहर का तापमान शहर में 44 डिग्री सेल्सिस रहा। सूरज...
कोरबा
। तेज धूप के साथ नवतपा का असर दिनोदिन तेज होते जा रहा है। पांचवें दिन
बुधवार को दोपहर का तापमान शहर में 44 डिग्री सेल्सिस रहा। सूरज तपती धूप
जन जीवन को झुलसा रही हैं। लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
नवतपा को ग्रीष्म का चरमोत्कर्ष माना जाता है। इस बीच चिलचिलाती धूप लोगाें
के लिए असहनीय हो गया है। सड़कों में मृगमारिचिका का असर देखा जा रहा है।
सूरज निकलते ही ग्रीष्म का असर शुरू हो जाता है। लोगों के प्राण पानी में
बस गए हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से बेवजह घर से बाहर निकलने की
सलाह दी जा रही है। तेज धूप के साथ लू का असर शुरू हो चुका है। दोपहर के
समय लोग लंबी यात्राएं करने से परहेज कर रहे हैं। सूर्यास्त होने के बाद भी
चहल-चपह बढ़ती है। सुबह दोपहर के बजाए शाम के समय बाजार में भीड़ देखी जा
रही है। बुधवार की सुबह से धूप तेज हो गया। शाम ढलने के बाद भी गर्मी का
असर बना रहा। भीषण गर्मी का असर भूमिगत जल स्त्रोत में भी देखा जा रहा है।
तालाब, कुंआ नदी सूखने के कगार पर आ गए हैं। पेयजल की संकट से भी कई
स्थानों में लोगाें को जूझना पड़ रहा। लोगों का अब बेसब्री मानसून का इंतजार
होने लगा है। धूप से बचने के लिए टोपी, चश्मा, स्क्वार्फ के अलावा शीतल
पेयजल की मांग बढ़ गई है। नवतपा में तापमान से निजात पाने के लिए लोग तरह -
तरह की जतन कर रहे है। धूप का असर इतना तेज है कि सूर्योदय के बाद गर्मी का
असर भारी पड़ने लगता है। दोपहर में सन्नाटा पसर जाता है। सरकारी व निजी
कार्यालयों में अन्य मौसमों की अपेक्षा कामकाज प्रभावित है। सड़कों में शाम
होने के बाद ही चहल पहल बढ़ती है। मौसम की जानकारों की माने जून माह के पहले
पखवाड़े मानसून के दस्तक की संभावना है। किसानों ने मानसून आगमन से पहले की
जाने वाली खेती की तैयारी शुरू कर दी है।
No comments