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मोदी, राहुल, अखिलेश समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने बिरला को दी बधाई

  नयी दिल्ली ।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी , समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंध...

 

नयी दिल्ली ।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी , समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंधोपाध्याय सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने बुधवार को ओम बिरला को दूसरी बार लोकसभा का अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी । ओम बिरला के ध्वनिमत से 18वीं लोकसभा का स्पीकर चुने जाने के बाद परंपरा के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू उन्हें अध्यक्ष के आसन तक लेकर गए। इससे पहले दोनों नेताओं ने ओम बिरला को भी बधाई दी। श्री बिरला के लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने और उन्हें आसन पर आरूढ़ कराये जाने के बाद प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने भाषण में कहा, “यह सदन का सौभाग्य है कि आप दूसरी बार इस आसन पर विराजमान हो रहे हैं। आपको मेरी और इस पूरे सदन की तरफ से बहुत शुभकामनाएं। अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण कालखंड में दूसरी बार इस पद पर विराजमान होना बहुत बड़ा दायित्व आपको मिला है। हम सबका विश्वास है कि आप आने वाले पांच साल हम सबका मार्गदर्शन करेंगे।” प्रधानमंत्री ने कहा कि अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण कालखंड में दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष के रूप में एक बहुत बड़ा दायित्व आपको मिला है। अट्ठारहवीं लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार दूसरी बार आपने संभाला है, ये अपने आप में एक नया रिकॉर्ड बनते हुए हम देख रहे हैं। श्रीमान बलराम जाखड़ ऐसे पहले अध्यक्ष थे, जिन्हें पांच साल का कार्यकाल पूरा करके, फिर दोबारा अध्यक्ष बनने का अवसर मिला था। उनके बाद आप (श्री बिरला) हैं, जिन्हें 05 साल पूर्ण करने के बाद दोबारा इस पद पर आसीन होने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा, “हम सबको विश्वास है कि आप आने वाले पांच साल हम सब का मार्गदर्शन करेंगे और देश की आशाओं-अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए ये सदन जो दायित्व निभाएगा, उसमें आपकी बहुत बड़ी भूमिका रहेगी। अध्यक्ष जी मुझे विश्वास है कि आप तो सफल होने ही वाले हैं। लेकिन आपकी अध्यक्षता में ये 18वीं लोकसभा भी सफलतापूर्वक देश के नागरिकों के सपनो को पूर्ण करेगी।” उन्होंने कहा, “हमारी ये संसद 140 करोड़ देशवासियों की आशा का केंद्र है। संसद की कार्यवाही, जवाबदेही और आचरण हमारे देशवासियों के मन में लोकतंत्र के प्रति निष्ठा को और अधिक मजबूत बनाते हैं।” श्री मोदी ने कहा, “अधिकतर अध्यक्ष दोबारा चुन कर नहीं आ पाते हैं। लेकिन आप दोबारा चुन कर आये हैं। आप जिस प्रकार से एक सांसद के रूप में कार्य करते हैं, वह भी जानने योग्य है और बहुत कुछ सीखने योग्य है। मुझे विश्वास है कि एक सांसद के रूप में आपकी कार्यशैली पहली बार चुने गये और युवा सांसदों को जरूर प्रेरणा देगी।” प्रधानमंत्री ने कहा , “पिछले पांच वर्षों में, आपकी अध्यक्षता में, संसद ने कुछ ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। आपके नेतृत्व में ही हमने पुरानी से नयी संसद में प्रवेश किया। संसद के डिजिटलीकरण में भी उनकी भूमिका रही। जी-20 देशों के पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन पी-20 शिखर सम्मेलन, आपके नेतृत्व में हुआ। यह देश के लिए बड़ी उपलब्धि है। जब भी 17वीं लोकसभा का जिक्र होगा, आपका नाम सदन की मार्गदर्शक रोशनी के रूप में चमकेगा। विभिन्न विधेयकों के माध्यम से, 17वीं लोकसभा ने विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण दिया, जम्मू और कश्मीर को शेष भारत के साथ एकीकृत किया, नए आपराधिक कानून लाए, ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा की और सामाजिक और राष्ट्रीय कल्याण के लिए कई अन्य मील के पत्थर हासिल किए। इसे आने वाली पीढ़ियाँ आपकी विरासत के रूप में याद रखेंगी।” श्री गांधी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में अपने पहले भाषण में अध्यक्ष चुने जाने पर श्री बिरला का अभिनंदन किया और कहा कि देश की जनता ने विपक्ष को भी जबरदस्त समर्थन दिया है तथा उन्हें विश्वास है कि वह (श्री बिरला) जनता की भावनाओं का पूरा सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के पास सरकार को प्रदत सारी शक्तियां है लेकिन विपक्ष भी जनता की आवाज है और जनता की आवाज को संसद में सुना जाना आवश्यक है। उन्हें उम्मीद है कि श्री बिरला सदन में सबको समान अवसर देंगे और संविधान की रक्षा के लिए देश ने जिस विपक्ष को समर्थन दिया है उसका सम्मान करेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा , “विपक्ष की आवाज को कितना सुना जाता है यह इस सदन में अध्यक्ष को तय करना है लेकिन इस चुनाव ने यह साबित कर दिया है कि देश की जनता संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और हम विपक्षी दलों को मिले जनता के समर्थन का संसद में पूरी तरह से प्रतिनिधित्व करेंगे और उनके संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे।” श्री अखिलेश यादव ने श्री बिरला को बधाई देते हुए कहा , “देश की जनता की आवाज को न्याय देने की जिम्मेदारी आपके पास है। आपको सदन चलाने का पुराना अनुभव है और हमें विश्वास है कि आप इस परंपरा का निर्माण करते हुए 18वीं लोकसभा में देश की जनता की आवाज को बिना भेदभाव के सुनेंगे।” उन्होंने कहा कि आप जिस पद पर बैठे हैं उसका बड़ा गौरवशाली इतिहास रहा है। उन्होंने कहा “उम्मीद है कि सभी राजनीतिक दलों के सभी सांसदों को बराबरी का मौका मिलेगा। किसी की आवाज दबाई नहीं जाएगी। हम उम्मीद करते हैं कि सतरहवीं लोकसभा की तरह सदस्यों का निष्कासन नहीं होगा।” श्री यादव ने कहा , “विपक्ष के साथ साथ आपका अंकुश सत्तापक्ष पर भी रहे। हम उम्मीद करते हैं कि आपके इशारे पर सदन चले इसका उल्टा नहीं हो।” श्री बंधोपाध्याय ने श्री बिरला को बधाई देते हुए कहा कि संसदीय व्यवस्था में धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक सौहार्द्र जरूरी है। सत्ताधारी दल की यह सोच होनी चाहिए कि सदन विपक्ष का है। पिछले कायर्काल में जिस प्रकार विपक्षी सासंदों को सदन से निष्कसित किया गया वह सही नहीं था। द्रमुक के टी आर बालू ने श्री बिरला को बधाई देते हुए कहा कि सदन निष्पक्ष रूप से चलना चाहिए जिसमें सभी को बराबर का मौका मिले। यहां पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा जदयू के राजीव रंजन सिंह, शिवसेना उद्धव गुट के अरविन्द सावंत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रिया सुले, शिवसने शिंदे गुट के श्रीरंग अप्पा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान समेत कई सदस्यो ने श्री बिरला को दोबारा अध्यक्ष बनने पर बधाई दी।

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