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फ्री इलाज से पहले मरीजों की बढ़ेगी टेंशन

   देहरादून । यूपी से आने वाले मरीजों को उत्तराखंड की राजधानी के दून अस्पताल, कोरोनेशन अस्पताल समेत अन्य सरकारी अस्पतालों एवं निजी अस्पताल...

  

देहरादून । यूपी से आने वाले मरीजों को उत्तराखंड की राजधानी के दून अस्पताल, कोरोनेशन अस्पताल समेत अन्य सरकारी अस्पतालों एवं निजी अस्पतालों में आयुष्मान के तहत पांच लाख तक का मुफ्त इलाज अब राशन कार्ड दिखाने पर ही मिलेगा। आयुष्मान

कार्ड की पोर्टल पर डिटेल एवं राशन कार्ड में डिटेल के मिलान के बाद ही मुफ्त इलाज की प्रक्रिया शुरू होगी। यूपी के आयुष्मान कार्डों में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद अस्पतालों में आयुष्मान सोसायटी के निर्देश पर यह कड़ा कदम उठाया गया है।

पिछले दिनों काफी केस क्लेम के दौरान इसी वजह से फंस गए थे। दून के अस्पतालों में यूपी के बिजनौर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर जिलों से सैकड़ों मरीज रोजाना इलाज एवं ऑपरेशन के लिए भर्ती होते हैं। पूर्वी यूपी के जिलों के कुछ लोग यहां मजदूरी के लिए रहते हैं, तो वह भी इलाज को पहुंचते हैं।

यूपी के काफी आयुष्मान कार्ड फर्जी बनने की बात सामने आने एवं अपात्र लोगों द्वारा मुफ्त इलाज लेने की बात सामने आने पर सख्ती की गई है। उत्तराखंड में सौ से ज्यादा सरकारी एवं करीब डेढ़ सौ निजी अस्पतालों में आयुष्मान की सुविधा उपलब्ध है।
राशन कार्ड मांगा तो गायब

दून अस्पताल की इमरजेंसी एवं आईपीडी में बने आयुष्मान काउंटरों पर मरीज की भर्ती की फाइल बनाने के दौरान जब राशन कार्ड मांगा जा रहा है, तो कई तीमारदार वापस लौटकर नहीं आ रहे हैं। यूपी में पूर्व में कई केंद्रों पर फर्जी कार्ड बनने का खुलासा हुआ था।

दून अस्पताल के आयुष्मान नोडल अधिकारी डॉ. धनंजय डोभाल के मुताबिक यूपी समेत अन्य दूसरे प्रदेशों के आयुष्मान कार्ड धारकों से राशन कार्ड की प्रति लेकर नाम, पता, पिता का नाम आदि डिटेल मिलान कर मुफ्त इलाज दिया जा रहा है।
डॉक्टरों ने नहीं दिया आपत्तियों का जवाब

दून अस्पताल में 411 मरीजों के इलाज के मामलों में उत्तराखंड आयुष्मान सोसायटी द्वारा लगाई गई आपत्तियों का जवाब डॉक्टरों ने नहीं दिया है। जिससे करीब 74 लाख रुपये फंसे हैं। वहीं 1800 केस में से करीब 1200 केस क्लेम कर दिए गए हैं। अब इन पर आपत्तियों का डर सता रहा है।

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