Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

ब्रेकिंग

latest

अन्ना विश्वविद्यालय की छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न के खिलाफ प्रदर्शन करने पर अन्नाद्रमुक, भाजपा नेता गिरफ्तार

 चेन्नई । तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री डी जयकुमार समेत कई नेताओं तथा भारतीय जनता पार्टी (भाज...


 चेन्नई । तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री डी जयकुमार समेत कई नेताओं तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तमिलनाडु इकाई की पूर्व अध्यक्ष तमिलिसाई सुंदरराजन समेत पार्टी के कई नेताओं को गुरुवार को सरकारी अन्ना विश्वविद्यालय परिसर में एक छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न की घटना के विरोध में प्रदर्शन करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने कहा, 'दोनों पार्टियों के नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बिना पूर्व अनुमति के आंदोलन किया, इसलिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।' जहां अन्नाद्रमुक ने मुख्य सरदार पटेल रोड पर अन्ना विश्वविद्यालय परिसर के सामने प्रदर्शन किया, जिससे सामान्य यातायात बाधित हो गया, वहीं भाजपा ने वल्लुवर कोट्टम के सामने प्रदर्शन किया और इसका नेतृत्व सुश्री सुंदरराजन ने किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान अन्नाद्रमुक नेताओं ने सत्तारूढ़ द्रमुक की निंदा करते हुए नारे लगाए क्योंकि यह घटना विश्व प्रसिद्ध अन्ना विश्वविद्यालय परिसर में हुई थी और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गयी है और अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है। पुलिस ने जब श्री जयकुमार और कई अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया, तो तीखी बहस हुई, जिसके बाद बड़ी संख्या में महिलाओं सहित अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं ने मुख्य सड़क पर ‘रोड रोको’ प्रदर्शन किया। ‘रोड रोको’ के कारण बड़े पैमाने पर यातायात जाम हो गया। पुलिस ने आंदोलन के मद्देनजर लोगों को मार्ग का उपयोग करने से बचने और यातायात को डायवर्ट करने की सलाह दी है। इस बीच, वल्लुवर कोट्टम के पास विरोध-प्रदर्शन करने के लिए सुश्री सुंदरराजन और 300 से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने द्रमुक सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए और दावा किया कि गिरफ्तार किये गये संदिग्ध में द्रमुक का एक पदाधिकारी था, हालांकि, सत्तारूढ़ दल ने इस दावे का खंडन किया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने न्याय की मांग को लेकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए राज्य सरकार और पुलिस की निंदा की। उन्होंने यह भी दावा किया कि पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी में यौन उत्पीड़न पीड़िता का नाम और उसका पता शामिल था और इसे अवैध बताते हुए इसकी निंदा की। श्री अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि छात्रा का नाम असली अपराधी को छुपाने के लिए दर्ज किया गया है, जिसके बारे में उनका दावा था कि वह द्रमुक का था। इस बात का पुरजोर खंडन करते हुए तमिलनाडु के कानून मंत्री एस रघुपति ने संवाददाताओं से कहा कि गिरफ्तार संदिग्ध द्रमुक का सदस्य नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि प्राथमिकी में पीड़ित के नाम का खुलासा नहीं किया गया है और न ही राज्य सरकार और न ही मुख्यमंत्री का अपराधी को बचाने का कोई इरादा है। उन्होंने कहा कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि उसे कानून के अनुसार कड़ी सजा दी जाए। श्री रघुपति ने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं कि राज्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और द्रमुक सरकार हमेशा महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा देती है। गौरतलब है कि चेन्नई में प्रतिष्ठित राज्य संचालित अन्ना विश्वविद्यालय परिसर में एक छात्रा का दो लोगों द्वारा यौन उत्पीड़न किये जाने की घटना सामने आयी है, जिससे पूरे परिसर में तनाव और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। रिपोर्टों में कहा गया है कि पीड़िता दूसरे वर्ष की इंजीनियरिंग की छात्रा है। वह अपने पुरुष मित्र से बात कर रही थी, तभी दोनों दोषियों ने उसे धमकी दी, छात्रा के मित्र की पिटाई की और 23 दिसंबर की रात को उसका यौन उत्पीड़न किया। इस घटना के बाद एसएफआई और एआईडीडब्ल्यूए सहित विभिन्न संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और लगभग सभी विपक्षी दलों ने एक प्रतिष्ठित परिसर में हुई इस घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि इस घटना से महिलाओं में सुरक्षा संबंधी चिंताएं पैदा हो गई हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह घटना राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति का एक और उदाहरण है। पुलिस ने एक विज्ञप्ति में कहा, 'पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कोट्टूरपुरम पुलिस ने 37 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान ज्ञानसेकरन के रूप में की गयी है। वह परिसर के पास फुटपाथ पर बिरयानी की दुकान चलाता है और कई लूटपाट और डकैती के मामलों में शामिल पाया गया था।' प्रारंभिक जांच के बाद, उन्हें आज सैदापेट मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उल्लेखनीय है कि आरोपी ने अपराध करना कबूल कर लिया।

No comments