इस्लामाबाद । बलूचिस्तान प्रांत को आजाद करने की मांगकर रहे अलगाववादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने पाकिस्तान रेलवे की यात्री ट्रेन ...
इस्लामाबाद । बलूचिस्तान प्रांत को आजाद करने की मांगकर रहे अलगाववादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने पाकिस्तान रेलवे की यात्री ट्रेन जाफर एक्सप्रेस पर मंगलवार को हमला कर उस पर कब्ज़ा करने के बाद वहां पाकिस्तानी सेना की ज़मीनी कार्रवाई को पूरी तरह से विफल करने का दावा किया। पाकिस्तान की मीडिया की रिपोर्टों में कहा गया है कि बीएलए के इस हमले में कम से कम छह पाकिस्तानी सुरक्षा कर्मियों के मारे गये हैं और कुछ अन्य घायल हो गए हैं। बीएलए के एक प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तानी सेना वहां बीएलए की यूनिटों के खिलाफ हेलीकाप्टर और ड्रोन से हवाई हमले कर रही। बीएलए के प्रवक्ता ने कहा है कि यदि उसके लोगों पर वहां हवाई हमले तुरंत नहीं रोके गए तो पाकिस्तान को ट्रेन में बंधक बनाए गए 100 से अधिक लोगों से हाथ धोना पड़ेगा और इसके लिए वही जिम्मेदार होंगे। बीएलए का दावा है कि मौके पर पाकिस्तान के थल सैनिक भीषण झड़पों के बाद पीछे हट गये हैं, लेकिन वे हेलीकॉप्टरों और ड्रोन से हवाई हमले जारी रखे हुए हैं। बीएलए ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा, “यदि हवाई बमबारी तुरंत नहीं रोकी गई, तो अगले एक घंटे के भीतर 100 से ज्यादा बंधकों को मार दिया जाएगा। हमारी मजीद ब्रिगेड, एसटीओएस, फतेह स्क्वाड और ज़ीराब यूनिट के लड़ाके सक्रिय रूप से जवाबी कार्रवाई में लगे हुए हैं और आगे किसी भी सैन्य आक्रमण का परिणाम भयावह होगा।” बीएलए के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने कहा, “सौ से ज़्यादा दुश्मन कर्मी हमारी हिरासत में हैं। पाकिस्तानी सेना के पास अभी भी हवाई हमले बंद करने और अपने लोगों को बचाने का मौका है, अन्यथा बंधकों की हत्या का पूरा दोष पाकिस्तानी सेना का होगा।” उल्लेखनीय है कि बीएलए के लड़ाकों ने पाकिस्तान के खिलाफ एक रणनीतिक अभियान चलाया रखा है और इसी के तहत उनकी यूनिटों ने बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर स्टेशन जा रही यात्री ट्रेन जाफर एक्सप्रेस पर हमला किया और ट्रेन को पटरी से उतारकर उस पर कब्ज़ा कर लिया है। हमले के दौरान छह सैन्यकर्मी मारे गए, जबकि 100 से ज़्यादा यात्रियों को बीएलए ने बंधक बना लिया है। बंधकों में पाकिस्तानी सेना, पुलिस, आतंकवाद निरोधक बल (एटीएफ) और सेना की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के कर्मी शामिल हैं। ये सभी छुट्टी पर पंजाब जा रहे थे। बीएलए ने पाकिस्तान सेना को कब्जा करने वाली दुश्मन सेना बताते हुए चेतावनी दी है कि वह अगर सैन्य हस्तक्षेप का प्रयास करती है, तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा। बीएनए के अनुसार उसके लड़ाकुओं ने इस ऑपरेशन के दौरान ट्रेन में यात्रा कर रही महिलाओं, बच्चों और बलूची यात्रियों को रिहा कर दिया है। इससे लगता है कि शेष बंधक पाकिस्तान सेना के सेवारत कर्मी हैं। बीएलए के अनुसार इस मिशन का नेतृत्व बीएलए की फिदायीन यूनिट, मजीद ब्रिगेड कर रही है, जिसमें फतेह स्क्वाड, एसटीओएस और हमारी खुफिया शाखा जिराब का पूरा संचालन समर्थन है। इन रिपोर्टों में पकिस्तान के रेलवे अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि जाफ़र एक्सप्रेस ट्रेन बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी, उसपर काछी जिले में हमला किया गया। अलगाववादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि उन्होंने ट्रेन पर सवार लोगों को बंधक बना लिया है जिसमें बहुत से सुरक्षाकर्मी हैं। बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने एक बयान में कहा, “क्वेटा से पेशावर जा रही जाफ़र एक्सप्रेस ट्रेन पर पीरोकानरी और गदालार के बीच भीषण गोलीबारी की सूचना है।” उन्होंने कहा कि गोलीबारी एक आतंकवादी घटना हो सकती है और कहा कि जांच चल रही है।
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