रायपुर. छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के घर ईडी की छापेमार कार्रवाई से सियायत तेज हो गई है....
रायपुर.
छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश
बघेल के घर ईडी की छापेमार कार्रवाई से सियायत तेज हो गई है. पक्ष-विपक्ष
के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो चुका है. कांग्रेस ने ईडी की इस कार्रवाई
को भाजपा की राजनीतिक साजिश बताया है. तो वहीं भाजपा ने पलटवार करते हुए
इसे सोर्स के आधार पर कार्रवाई होना बताया है. प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने
पूर्व सीएम बघेल के घर ईडी के छापे की कार्रवाई पर बयान दिया है. उन्होंने
कहा कि कांग्रेस की सरकार में व्यापक पैमाने में भ्रष्टाचार हुआ. ED सोर्स
के आधार पर कार्रवाई करती है. किसी किस्म का दोष पाया जाएगा तो निश्चित
दोषी करार होंगे. कुछ नहीं किया हो तो डर नहीं होना चाहिए, ED स्वतंत्र
जांच एजेंसी है. जहां गड़बड़ी होती है वहां जांच करती है. बता दें कि भूपेश
बघेल के निवास पर ED की टीम ने आज तड़के छापेमारी की है. जानकारी के
अनुसार, ED की टीम भिलाई स्थित भूपेश बघेल के आवास सहित चैतन्य बघेल के घर
और प्रदेशभर में कुल 14 ठिकानों पर ईडी की टीम ने दबिश दी है. फिलहाल, ईडी
की अलग-अलग टीमें रायपुर, भिलाई सहित अन्य जिलों में एक साथ छापेमारी की
है, जहां महत्वपूर्ण दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है. ईडी की
दबिश के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर बड़ी संख्या में दिग्गज
कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता पहुंचे हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस
सिंहदेव, विधायक देवेंद्र यादव, अरुण वोरा, गिरीश देवांगन, विनोद वर्मा
समेत बड़ी संख्या में एनएसयूआई, युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर जारी ईडी की छापेमारी कार्रवाई
जारी है. भूपेश बघेल के समर्थकों के नारेबाजी के बीच नोट गिनने की मशीन लाई
गई है, जिसे ईडी और बैंक के अधिकारी लेकर पहुंचे हैं. सूत्रों से मिली
जानकारी के अनुसार पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर से 6 अलग-अलग मोबाइल फोन के
डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं. इसके अलावा डिजिटल ट्रांजेक्शन के हिसाब भी
ईडी के अफसर निकाल रहे हैं. साथ ही कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों का जब्त भी
किया है. सूत्रों के मुताबिक, ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और आर्थिक
अनियमितताओं से जुड़े मामलों में की जा रही है. हालांकि, अब तक यह स्पष्ट
नहीं हुआ है कि यह छापेमारी किस विशेष मामले से जुड़ी हुई है. बताया जा रहा
है कि शराब घोटाला, कोयला घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में पूर्व सीएम
भूपेश बघेल का नाम सामने आया था, जिसके बाद से ही वे ईडी के रडार पर थे.
सात वर्षों से चले आ रहे झूठे केस को जब अदालत में बर्खास्त कर दिया गया तो
आज ED के मेहमानों ने पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के
भिलाई निवास में आज सुबह प्रवेश किया है. अगर इस षड्यंत्र से कोई पंजाब में
कांग्रेस को रोकने का प्रयास कर रहा है, तो यह गलतफहमी है.
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