रायपुर। फास्टैग जब शुरू हुआ, तो कहा जा रहा था टोल नाकों में वाहनों की कतार नहीं लगेगी। गाड़ियों के पहुंचने के बाद कुछ ही सेकेंड में गाड़...
रायपुर। फास्टैग जब शुरू हुआ, तो कहा जा रहा था टोल नाकों में वाहनों की कतार नहीं लगेगी। गाड़ियों के पहुंचने के बाद कुछ ही सेकेंड में गाड़ियां आगे बढ़ जाएगी, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा। इसका सबसे बड़ा कारण फास्टैग का फेल होना है। फास्टैग शुरू होने से पहले जो स्थिति थी, अमूमन वही स्थिति अब देखने को मिल रही है। हम ताजा उदाहरण दे रहे हैं, ओडिशा हाईवे पर स्थित मंदिर हसौद का, जो रायपुर का प्रवेश द्वार भी है। मंगलवार को जब हमने दोपहर 12:45 से 2:55 बजे तक दो घंटे का समय बिताया तो देखा कि दोनों ओर से तकरीबन 1,200 वाहनों की आवाजाही हुई।
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